अभी हालही में स्टेट बैंक ऑफ़ इण्डिया ने अपने खाताधारको के लिए खाते में न्यूनतम राशि रखना जरूरी कर दिया है ,यदि कोई खाताधारक अपने खाते में न्यूनतम राशि नही रखता है तो उसे फ़ाइन देना पड़ेगा ,अभी तक कई खाताधारको को इसकी जानकरी नही है ,लेकिन अगर आप का खाता किसी बैंक में है तो आपको MAB के बारे में जान लेना जरूरी है
MAB मतलब मिनिमम एवरेज बैलेंस यानि कि किसी खाताधारक के खाते में अगर तय की गयी न्यूनतम राशि नही होती है तो उसे दंड के रूप में फ़ाईन भरना पड़ता है ,और यह दंड की राशि अलग अलग बैंको और अलग अलग खातो के आधार पर होती है,क्या आप जानते है कि बैंक MAB की गणना किस प्रकार करता है तो इसको जान लेना जरूरी है
बैंक अपने MAB की गणना का हिसाब मासिक या तिमाही के आधार पर करते है ,मासिक आधार पर MAB निकलने के लिए बैंक द्वारा हर दिन के अंत में खाते में जमा राशि को महीने के कुल दिनों से भाग देने के बाद मासिक MAB निकाला जाता है सरल शब्दों में इसे इस तरह समझा जा सकता है अगर आपके बैंक ने न्यूनतम राशि दस हजार रूपये तय की है तो अगर खाते में यह राशि कम पायी गयी तो आपको दंड स्वरूप कुछ राशी बैंक काट लेगा