खादी उद्योग के द्वारा जारी किये गये नव वर्ष के कैलेंडर से राष्ट्रपति महात्मा गाँधी की जगह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर को छापने से लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है और अब बढ़ता ही जा रहा है ,और अब इसको लेकर हरियाणा सरकार के कैबिनट मंत्री अनिल बिज ने एक बड़ा बयान दे कर विवाद खड़ा कर दिया है
विज ने कहा कि “ थोडा रुकिए अभी तो गाँधी जी की तस्वीर खादी के कैलेंडर से गायब हुई है धीरे धीरे वो नोटों से भी गायब होंगे विज ने आरोप लगाया की गाँधी की वजह से हमारा देश बर्बाद हुआ है रूपये की वैल्यू घटी है विज ने कहा कि गाँधी के नाम से खादी की पेमेट नही होती है पेमेंट तो लोग करते है
विज ने अपने बयान में कहा कि आंकड़े बोल रहे है कि नरेन्द्र मोदी के पीएम बनने और उनकी ओर से खादी का प्रचार किये जाने के बाद खादी ग्रामोद्योग करोबार को बहुत इजाफा हुआ है, रेडियो के जरिये ‘मन की बात’ कार्यक्रमों समेत कई मंचो से खादी पहनने की अपील किये जाने के बाद इसमें भारी बढ़ोत्तरी हुई है
आंकड़ो को देखे तो वित्त वर्ष 2015- 16 में 1,510 करोड़ रूपये की खादी उत्पादों की विक्री हुई . वही 2014 -15 में यह महज 1,170 करोड़ रूपये था ,इस तरह एक साल के अन्दर खादी उत्पादों की विक्री में 29 फीसदी इजाफा हुआ अभी मौजूदा वित्त वर्ष में खादी उद्योग के उत्पादों में इजाफा होने का अनुमान है