भारतीय मीडिया के साथ अनेक समस्याएं हैं। ये समस्याएं प्रासंगिकता, सिंघाड़ और अन्याय से संबंधित हैं। प्रासंगिकता मीडिया पर अक्सर बहुत अधिक रूप से प्रभाव डालती है और सिंघाड़ और अन्याय के साथ अपने संदेश को प्रसारित करने के लिए दूसरों को दबाना आम बात हो गई है। इसके अतिरिक्त, ऋण और राजनीतिक दबावों को भी मीडिया को प्रभावित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
सुरक्षा के आसान कदम: घर, सड़क और डिजिटल दुनिया में खुद को कैसे बचाएँ
सुरक्षा सिर्फ बड़े मामलों के लिए नहीं होती, रोज़ की छोटी‑छोटी आदतें ही हमें बड़ा नुकसान से बचा सकती हैं। आप पूछेंगे, क्या सच में इतना फर्क पड़ता है? बिलकुल, क्योंकि हर दिन हम घर, सड़क और इंटरनेट में कई जोखिमों का सामना करते हैं। चलिए, ऐसे आसान उपायों पर बात करते हैं जो तुरंत लागू हो जाएँ।
घर की सुरक्षा: छोटे बदलाव, बड़ी सुरक्षा
पहले घर से शुरू करते हैं। दरवाज़ा‑ख़िड़की के ताले ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं, इसे दो‑बार चेक करें। रात में बाहर निकलते समय लाइट ऑन रखें – यह चोरों को रुकने का कारण बनता है। गैस सिलिंडर या इलेक्ट्रिक सॉकेट के पास जलने वाली चीज़ें न रखें; छोटा सा गैस लीक बड़ा हादसा बन सकता है। बच्चों की सुरक्षा के लिए तेज़ किनारे वाले फर्नीचर या ड्रॉप‑स्टेप को फ़ोम पैड से ढँकें। एक छोटे जारी रहने वाले फायर एक्सटिंगुइशर को किचन में रखें; कभी‑कभी एक मिनट का काम आग को पूरी तरह से रोक देता है।
सड़क और वाहन सुरक्षा: सुरक्षित ड्राइविंग के लिए जरूरी नियम
सड़क पर सुरक्षा कई कारकों पर निर्भर करती है – वाहन, ड्राइवर का रवैया, और नियमों का पालन। नए महिंद्रा बोलरो सिटी पिक‑अप का छोटा बॉन्ट और कम टर्निंग रेडियस शहरी लॉजिस्टिक्स के लिए बनाया गया है, पर इसका पेलोड और माइलेज ही नहीं, सुरक्षित चलाने के लिए सही ब्रेकिंग और स्टीयरिंग भी ज़रूरी है। हमेशा सीट बेल्ट बांधें, चाहे आप पीछे बैठें या आगे। तेज़ी से जाने की इच्छा अक्सर तब तक बनी रहती है जब तक आप समझते नहीं कि एक सेकंड की लापरवाही से नुकसान हो सकता है।
रात में ड्राइव करते समय हेडलाइट्स सही दिशा में रखें, और यदि मौसम खराब हो तो लो‑बीम से हाई‑बीम पर स्विच करें। बर्फ़ या पानी भरी सड़कों पर धीरे‑धीरे चलें और ब्रेक लगाने से पहले थोड़ा दूरी रखें। कार में एएमआर (एंटी‑लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) और एएएस (ऑटोमैटिक एडेप्टिव सस्पेंशन) है तो उनका सही उपयोग करें; ये सिस्टम कई बार दुर्घटना को रोकते हैं।
हवाई यात्रा भी सुरक्षा के दायरे में आती है। हवाई जहाज़ के बीच में अचानक हादसे बहुत दुर्लभ होते हैं, लेकिन आप स्वयं भी कुछ बुनियादी कदम ले सकते हैं: सीटबेल्ट हमेशा बंधे रखें, इमरजेंसी ब्रेक के बारे में पढ़ें, और फ़्लाइट एट्रिशन (अर्थात् कैबिन प्रेशर) की जानकारी रखें। इन छोटे‑छोटे कदमों से आप आपातकाल में सहजता से प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
डिजिटल सुरक्षा को भी भूलें नहीं। हर ऑनलाइन अकाउंट में मजबूत पासवर्ड रखें – अक्षर, संख्या और विशेष चिन्ह मिलाकर बनाएं। दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को एनेबल करें, ताकि कोई भी बिना आपके फ़ोन या ई‑मेल के आपके खाते में नहीं घुस पाए। सार्वजनिक Wi‑Fi पर बैंकिंग या शॉपिंग ऐप नहीं चलाएँ; अगर ज़रूरी हो तो VPN का उपयोग करें।
सुरक्षा का मतलब डर नहीं, बल्कि तैयारी है। जब आप रोज़मर्रा की छोटी‑छोटी चीज़ों पर ध्यान देंगे, तो बड़े नुक़सान की संभावना कम हो जाएगी। तो आज ही इन टिप्स को अपनाएँ, और अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को एक नई दिशा दें।