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सुप्रीम कोर्ट क्या है? जानिए भारत की सर्वोच्च अदालत के बारे में

जब भी आप समाचार में ‘सुप्रीम कोर्ट’ सुनते हैं, तो बड़ा फैसला या कोई नया आदेश दिमाग में आता है। असल में, सुप्रीम कोर्ट भारत की सबसे बड़ी न्यायिक संस्था है जो संविधान के तहत सभी कोर्टों की देखरेख करती है। यह वही जगह है जहाँ अंतिम अपील सुनवाई जाती है और जहाँ से नयी कानूनी दिशा तय होती है।

सुप्रीम कोर्ट की संरचना और कामकाज

सुप्रीम कोर्ट में कुल 34 न्यायाधीश होते हैं, जिनमें शीर्ष न्यायाधीश (चेयरमैन) शामिल है। हर न्यायाधीश का नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, लेकिन सरकार की सलाह पर। कोर्ट का काम तीन मुख्य भागों में बांटा गया है: संवैधानिक, आपराधिक और नागरिक मामलों की सुनवाई। एक केस को कोर्ट में लाने के लिए पहले लोअर कोर्ट या हाई कोर्ट में खतम होना जरूरी है, फिर ही अपील यहाँ तक पहुँचती है।

सुनवाई में अक्सर दो तरह की प्रक्रियाएँ होती हैं – ‘लिशि’ (अर्थात् थर्ड पार्टी को सुनना) और ‘ऑर्डर’ (जैसे इमरजेंसी में आदेश देना)। लिशि में दोनों पक्षों को अपने तर्क रखनें का पूरा मौका मिलता है, जबकि ऑर्डर में कोर्ट तुरंत कोई निर्णय दे सकता है, जैसे देश भर में लागू होने वाला दिशा‑निर्देश।

मुख्य फैसले और उनका प्रभाव

सुप्रीम कोर्ट के फैसले अक्सर पूरे देश में लहरें बना देते हैं। कुछ मशहूर केसों में वाकिलों का अधिकार, समानता का सिद्धांत और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, 2018 में ‘जोहारी मामला’ में कोर्ट ने लैंगिक समानता के आधार पर न्याय दिया, जिससे कई राज्य कानून बदल गए। ऐसे फैसले सिर्फ कानूनी तौर पर नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव लाने में भी मदद करते हैं।

अगर आप केस फाइल करना चाहते हैं, तो सबसे पहले उचित दस्तावेज़ तैयार करें, फिर अपने वकील से चर्चा करके हाई कोर्ट में याचिका दायर करें। हाई कोर्ट का फ़ैसला अगर आपको नहीं पसंद आता, तो आप एक साल के भीतर सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में समय और पैसा दोनों का ध्यान रखना जरूरी है, इसलिए सही सलाह लेना फायदेमंद रहेगा।

सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर रोज़ अपडेटेड नोटिफिकेशन, केस स्टेटस और कोर्ट की कार्यवाही का लाइव स्ट्रिम मिलता है। यह जानकारी खासकर वकीलों और कानून‑पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है। आप ‘सुप्रीम कोर्ट केस ट्रैकिंग’ फीचर से अपने केस की प्रगति भी देख सकते हैं।

संक्षेप में, सुप्रीम कोर्ट भारत की न्याय व्यवस्था का पथप्रदर्शक है। चाहे वह संविधान के मौलिक अधिकार हों या किसी व्यक्तिगत विवाद का समाधान, यह अदालत हमेशा अंतिम अधिकार देती है। इस पेज पर आप सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी नई ख़बरें, प्रमुख फैसले और उपयोगी टिप्स पढ़ सकते हैं, जिससे आप न्याय प्रणाली को बेहतर समझ सकेंगे।

भारत के सुप्रीम कोर्ट में केसेस कैसे आवंटित किए जाते हैं?
प्रतीक वर्मा 0

भारत के सुप्रीम कोर्ट में केसेस कैसे आवंटित किए जाते हैं?

भारत के सुप्रीम कोर्ट में केसेस कैसे आवंटित किए जाते हैं? भारत के सुप्रीम कोर्ट में केसेस को आवंटित करने के लिए संयुक्त न्यायालयों के मध्य से केसेस आवंटित किए जाते हैं। यह विभिन्न विषयों पर आधारित अनुच्छेद प्रमाणित करता है। यह आवंटित केसेस उन सुप्रीम कोर्ट कोर्ट में आवंटित किए जाते हैं जो किसी स्थानीय न्यायालय के बारे में नहीं होता है।