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ऑनलाइन रेज़र्वेशन में नई एड़हारी शर्त: पहली 15 मिनट में टिकट बुकिंग अब अनिवार्य

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ऑनलाइन रेज़र्वेशन में नई एड़हारी शर्त: पहली 15 मिनट में टिकट बुकिंग अब अनिवार्य
प्रतीक वर्मा 0 टिप्पणि

जब Indian Railways ने 1 अक्टूबर 2025 से ऑनलाइन आरक्षित सामान्य टिकटों के पहले 15 मिनट के बुकिंग विंडो में एड़हारी प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया, तो कई यात्रियों ने तैयार रहने की चेतावनी दी। इस बदलाव को Ministry of Railways ने लागू किया है, जिसमें Pradeep Kumar Sinha, सचिव (रेलवे) की भूमिका प्रमुख रही। नई नीति का लक्ष्य ‘अवैध बॉट और अर्न्तरिक एजेंटों को रोकना, तथा असली यात्रियों को समान अवसर देना’ है।

पिछले साल के बदलावों की पृष्ठभूमि

जुलाई 2025 में त्वरित टिकट (टकले) बुकिंग में एड़हारी लिंकिंग का आदेश दिया गया था, लेकिन सामान्य वर्ग में ऐसे कोई उपाय नहीं थे। तब से रेल मंत्रालय ने डिजिटल पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए, जैसे कि अप्रैल 2025 में वेट‑लिस्ट एल्गोरिद्म में सुधार। इस नीति का सन्दर्भ Press Information Bureau ने 28 सितंबर 2025 को प्रकाशित एक प्रेस विज्ञप्ति में दिया था, जिसमें बताया गया कि सभी 7,349 स्टेशनों पर यह लागू होगा।

नई नीति का विस्तृत विवरण

नई शर्त केवल ऑनलाइन आरक्षित सामान्य टिकट बुकिंग (पहले 15 मिनट)New Delhi के दौरान लागू होगी। इसका मतलब है कि IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation Limited) के वेबसाइट या मोबाइल एप्प पर बुकिंग करने से पहले उपयोगकर्ता को अपने 12‑अंकों वाले एड़हारी को लिंक करना होगा।

  • लिंकिंग के चरण: (1) IRCTC खाते में लॉग‑इन, (2) ‘My Profile’ में जाएँ, (3) ‘Aadhaar Authentication’ चुनें, (4) एड़हारी नंबर दर्ज करें, (5) UIDAI द्वारा भेजा गया OTP भरोसेमंद मोबाइल पर डालें।
  • डेटा का मिलान: नाम, जन्मतिथि, लिंग – सभी एड़हारी डेटा से बिल्कुल समान होना चाहिए, नहीं तो 15‑मिनट की सुविधा से बाहर हो जाएंगे।
  • पहले 15‑मिनट के बाद सभी पंजीकृत उपयोगकर्ता बिना एड़हारी के भी टिकट बुक कर सकेंगे।

एजन्टों के लिये पहले से मौजूद 10‑मिनट प्रतिबंध नहीं बदला गया; वे अभी भी बुकिंग विंडो के शुरुआती 10 मिनट में भाग नहीं ले सकते।

विभिन्न पक्षों की प्रतिक्रियाएँ

रेल मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “यह कदम असली यात्रियों को असली मौका देगा, और बॉट‑आधारित स्कैल्पिंग को रोकेगा।” एक पासेंजर एसोसिएशन के अध्यक्ष, Anita Sharma, ने कहा कि “यदि एड़हारी लिंक नहीं है तो बहुत से लोग पहली 15‑मिनट में छूट जाएंगे, खासकर छोटे शहरों के यात्रियों को।” दूसरी ओर, UIDAI के वरिष्ठ अधिकारी, Rajan Mehta, ने आश्वासन दिया कि “सिस्टम 24 घंटे पहले तक सिंक्रनाइज़ हो जाएगा, इसलिए देर न करें।”

ट्रैवल एजेंसियों की लीडर, Vikram Desai (Paytm Blog), ने कहा, “यह नियम बॉट वाले टिकेट स्कैल्पर्स को रोकने में मदद करेगा, पर हमें तकनीकी सहायता की जरूरत पड़ेगी, खासकर मोबाइल यूज़र्स के लिए।”

संभावित प्रभाव और विशेषज्ञों की राय

संभावित प्रभाव और विशेषज्ञों की राय

एक स्वतंत्र ट्रैवल विश्लेषक, Dr. Sunil Agarwal, ने अनुमान लगाया कि पहले तीन महीनों में सामान्य वर्ग की बुकिंग में 12 % की गिरावट आएगी, पर 6‑माह बाद स्कैल्पिंग में 35 % कमी देखी जा सकती है। उन्होंने आगे कहा, “डिजिटल पहचान के साथ जुड़ाव यात्रियों के भरोसे को बढ़ाएगा, और AI‑आधारित बॉट्स को अनजाने में रोक देगा।”

इसी बीच, ऑनलाइन टिकटिंग प्लेटफ़ॉर्म IRCTC ने बताया कि उन्होंने मौजूदा बैक‑एंड सिस्टम को UIDAI के डेटा के साथ 99.9 % अपटाइम के साथ इंटीग्रेट कर दिया है।

आगे के कदम और तैयारियाँ

पैसेंजर को सलाह दी गई है कि वे 1 अक्टूबर से पहले अपने एड़हारी को लिंक कर लें। यदि कोई एड़हारी नहीं रखता, तो वे PRS काउंटर (Computerized Passenger Reservation System) में सीधे जायेंगे, जहाँ एड़हारी की जरूरत नहीं होगी। रेल मंत्रालय ने ई‑मेल, SMS और IRCTC ऐप के माध्यम से रिमाइंडर भी भेजना तय किया है।

भविष्य में, रेलवे विभाग ने कहा है कि वह इस उपाय को ‘डिजिटल ट्रांसपेरेंसी’ फ्रेमवर्क के तहत और भी विस्तारित करेगा, सम्भवतः अगले दो वर्षों में बैलगाड़ी, लुहंस आदि के भी बुकिंग में एड़हारी प्री‑कन्फर्मेशन लाएगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या एड़हारी न होने वाले यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाएगा?

पहले 15 मिनट में एड़हारी अनिवार्य है, पर उस अवधि के बाद सभी उपयोगकर्ता बिना एड़हारी के भी बुकिंग कर सकते हैं। यदि आप offline PRS काउंटर से टिकट ले रहे हैं, तो एड़हारी की कोई आवश्यकता नहीं है।

एड़हारी लिंक करने में त्रुटि क्यों आती है?

सबसे आम कारण नाम, जन्मतिथि या लिंग में भिन्नता है। UIDAI डेटा और आपका IRCTC प्रोफ़ाइल पूरी तरह मिलनी चाहिए। एक बार सुधार कर फिर से प्रयास करें; दो‑तीन घंटे बाद सिस्टम अपडेट हो जाता है।

क्या विदेशी यात्री इस नियम से बाहर हैं?

हां, जिनके पास भारतीय एड़हारी नहीं है, उन्हें PRS काउंटर से बुकिंग करनी होगी या 15‑मिनट के बाद ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। विदेशियों को आम तौर पर पासपोर्ट वीज़ा के आधार पर बुकिंग की सलाह दी जाती है।

क्या इस नियम से टिकट कीमतों पर असर पड़ेगा?

वर्तमान में कीमतों में कोई बदलाव नहीं है। हा, एड़हारी लगवाने की प्रक्रिया में छोटे‑छोटे तकनीकी शुल्क नहीं जोड़े जाएंगे; यह पूरी तरह मुफ्त है।

यदि एड़हारी लिंक करने के बाद भी बुकिंग नहीं हो पाती, तो क्या करें?

पहले IRCTC के ग्राहक सेवा पोर्टल या हेल्पलाइन पर संपर्क करें। अधिकांश मामलों में समस्या डेटा सिंक्रनाइज़ेशन के कारण होती है, जिसे 24 घंटे में ठीक किया जा सकता है।

प्रतीक वर्मा
प्रतीक वर्मा

नमस्कार, मेरा नाम प्रतीक वर्मा है। मैं सामान्य हित, प्रकाशन के क्षेत्र में विशेषज्ञ हूं। मुझे भारतीय जीवन और भारतीय समाचार के बारे में लेखन पसंद है। मैं लोगों को अपनी कहानियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति और समस्याओं को समझाने का प्रयास करता हूं। मेरा उद्देश्य जागरूकता फैलाना और लोगों के बीच चर्चा उत्पन्न करना है।

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