महिंद्रा ने Bolero City Pik-Up को महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में 7.96–7.97 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) की कीमत पर लॉन्च किया। खास तौर पर शहर के भीतर सामान ढोने के लिए डिजाइन, छोटा बोनट और कम टर्निंग रेडियस, बेहतर माइलेज, सेगमेंट-लीडिंग पेलोड और कार्गो चौड़ाई इसकी खासियत हैं। 22 साल से पिक-अप सेगमेंट में महिंद्रा की लीडरशिप को यह मॉडल और मजबूत करता है।
महिंद्रा पिकअप: क्या है, कितना खर्च आएगा और कैसे खरीदें?
अगर आप ट्रक से थोड़ा बड़ा, लेकिन बड़ी वाणिज्यिक टन्याज से छोटा व्हीकल चाहते हैं, तो महिंद्रा पिकअप आपके दिमाग में आ सकता है। ये गाड़ी छोटे व्यवसायों, राइड‑शेयर और टैवर्न के लिए फुर्तीली और किफायती विकल्प बनती जा रही है। चलिए देखते हैं कि इस पिकअप में क्या चीज़ें हैं, कीमत कितनी है और खरीदते समय क्या ध्यान देना चाहिए।
वेरिएंट और इंजन की बातें
महिंद्रा पिकअप तीन मुख्य वेरिएंट में आती है – बेस, एवन्यू और टॉप प्रो। बेस मॉडल में 1.5 लीटर डीज़ल इंजिन है, जो 75 bhp की पावर देता है और 10 km/l तक की माइलेज देती है। एवन्यू में थ्रॉटल कंट्रोल और बेहतर सस्पेंशन मौजूद है, जबकि टॉप प्रो में 2 लीटर इंजिन, 115 bhp और 13 km/l की औसत शक्ति‑माइलेज मिलती है।
इंजन में टर्बो चार्जर नहीं है, इसलिए रख‑रखाव आसान रहता है। बीपीएस (बॉडी पावर स्टेरिंग) और एंटी‑लॉक ब्रेक सिस्टम (ABS) फर्स्ट‑लेवल में होते हैं, जबकि टॉप प्रो में टॉर्क कंट्रोल भी मिलती है।
कीमत और फीचर रिव्यू
भाड़े पर देखे तो बेस मॉडल की कीमत लगभग 6.5 लाख रुपये से शुरू होती है, एवन्यू 7.8 लाख और टॉप प्रो 9.5 लाख के करीब है। इन कीमतों में एल्यूमिनियम व्हील्स, पावर विंडो, क्लाइमेट कंट्रोल और एर्गोनॉमिक सीट्स शामिल हैं। टॉप प्रो में टच‑स्क्रीन इन्फोटेनमेंट, रियरव्यू कैमरा और एडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल जैसे अतिरिक्त फिचर होते हैं।
कई यूज़र कहते हैं कि पिकअप का सस्पेंशन रफ रोड पर भी आराम देता है, और बॉडी स्ट्रक्चर मजबूत है, इसलिए छोटे‑बड़े आवाज़ों से फूट नहीं पड़ती। लेकिन कुछ लोग कम हेडरूम और छोटे ट्रंक स्पेस को लेकर शिकायत करते हैं, इसलिए यदि आप फाइवर या लम्बी वस्तुएँ ले कर चलते हैं तो ट्रंक को ज़रूर माप लें।
बिजली‑संचालन वाले मॉडल की योजना अभी तक नहीं है, इसलिए अगर आप ई‑फ्यूल वाले विकल्प चाहते हैं, तो महिंद्रा के अन्य मॉडल देखें।
खरीदी के समय क्या देखें?
1. इंजन का हिस्ट्री: पिछले मालिकों की सर्विस बुक देखिए, क्लीन सर्विस रिकॉर्ड का होना जरूरी है।
2. टेस्ट ड्राइव: अलग‑अलग मोड (सिटी, हाईवे) में गाड़ी चलाएँ, सस्पेंशन और ब्रेक की फीलिंग जाँचें।
3. स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता: महिंद्रा के डीलरशिप से पूछें कि पिकअप के स्पेयर पार्ट्स कितनी जल्दी मिलते हैं। अक्सर छोटे ट्रक के पार्ट्स बड़े मसलर ट्रक की तुलना में सस्ते होते हैं।
4. फाइनेंसिंग विकल्प: कई बैंकों की लो‑इंटरेस्ट लोन स्कीम है, लेकिन ईएमआई को अपनी मासिक बजट के हिसाब से सेट करें।
5. ऑफ़र और एक्सेंशन वारंटी: कभी‑कभी डीलर विशेष एक्सेसरी पैकेज या 2 साल की विस्तारित वारंटी दे देते हैं, तो उसे ज़रूर पूछें।
खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखने से आप बिना पछताए पिकअप ले सकते हैं।
रख‑रखाव की छोटी‑छोटी टिप्स
डिज़ल गाड़ी है, इसलिए फ़िल्टर बदलना और टाइमिंग बेल्ट की जाँच हर 10,000 km पर करानी चाहिए। इंजन तेल को हर 5,000 km या 6 महीनों में बदलें, इससे पावर में गिरावट नहीं आती। सस्पेंशन को साल में एक बार चेक करें, खासकर रग्ड रोड पर चलाने से बाद में शॉक्स के इश्यू नहीं होते।
टायर प्रेशर को नियमित रूप से देखना भी जरूरी है; कम प्रेशर से माइलेज घटता है और टायर जल्दी घिसते हैं। अंत में, कार वॉशिंग इंटीरियर क्लीनर से नियमित साफ‑सफाई रखें, इससे केबिन में भी ताजगी बनी रहती है।
तो, अगर आप छोटे व्यवसाय के लिए भरोसेमंद, किफायती और मेंटेनेंस में आसान गाड़ी ढूंढ रहे हैं, तो महिंद्रा पिकअप एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। बस ऊपर दिए टिप्स को फ़ॉलो करें, वेरिएंट चुनें जो आपकी जरूरतों से मेल खाता हो, और सही डीलर से खरीदें। आपके नए पिकअप की सफ़र शानदार और परेशानी‑रहित रहे, यही हमारी कामना है।