राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा दिन ब दिन जहरीली बनती जा रही है जिसको लेकर दिल्ली की जनता त्राहि त्राहि कर रही है जहरीली हवा के कारण पूरा एनसीआर गहरे धुंध की चपेट है जिसको लेकर केंद्र और केजरीवाल सरकार चिन्तित है इस प्रदूषण का हल निकालने के लिए केजरीवाल ने केंद्र से मदद मांगी है
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने राजधानी दिल्ली में कई जगहों पर प्रदूषण का स्तर कई गुना बढने के कारण दिल्ली एक काली धुंध के चपेट में है जिसको देखते हुए केजरीवाल ने दिल्ली को गैस चेंबर की संज्ञा दी है उन्होंने इसके सम्बन्ध में केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की है केजरीवाल ने इस भयानक स्थिति को देखते हुए लोगो से निजी वाहनों का प्रयोग कम करने की अपील की है
राजधानी में श्वसन प्रदूषण पीएम 2.5 और पीएम 10 का चौबीस घंटे औसत क्रमशः 355 और 482 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा मौके पर लिए आंकड़े भयानक रहे वायु का जो स्तर दर्ज किया गया वह सुरक्षित सीमा से 17 गुना ज्यादा है इन अति सूक्ष्म कणों की सुरक्षित सीमा 60 और 100 है मौके पर लिए आंकड़ो के मुताबिक़ यह हवा मानव श्वसन के निर्धारित मानको से कही अधिक है प्रदुषण के कारण इस समय दिल्ली में इमरजेंसी के हालात है
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रदूषण बढने का कारण फसलों के अवशेष जलाने को बताया है उन्होंने कहा दिल्ली में प्रदूषण के बढना किसानो का फसल के अवशेषों को जलाना भी एक कारण है केजरीवाल ने कहा कि पड़ोसी राज्यों में खेतों की आग भी प्रदूषण बढने का एक कारण बताया
केजरीवाल ने कहा यह समस्या पंजाब और हरियाणा में खेतो में खूंट जलाए जाने की वजह से बनी है हमे किसानो को इंसेंटिव देना होगा जिससे वे इसको जलाना बंद कर दे
विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली में करीब हर व्यक्ति 40 सिगरेट रोजाना पी रहा है जानकारों का कहना है कि इस समय दिल्ली में सांस् लेने के साथ ही चालीस सिगरेट के बराबर धुँआ शरीर के अंदर जा रहा है